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स्कूल टीचर (School Teacher) कैसे बने पूरी जानकरी


स्कूल टीचर (School Teacher) कैसे बने पूरी जानकरी


सरकारी अध्यापक कैसे बनें : अनिवार्य शैक्षिक योग्यताएं !!


सरकारी अध्यापक कैसे बनें : अनिवार्य शैक्षिक योग्यताएं- हम सभी के जीवन में कुछ आदर्श लोग रहे होंगे जिन्होंने हमारा आज निर्मित करने में योगदान दिया होगा और हम भी खुद पर उनके प्रभाव को कभी नहीं भूल सकते। जी हां, हम शिक्षकों की बात कर रहे हैं।

शिक्षण एक बहुत ही सभ्य व्यवसाय है और इस नौकरी के लिए कई उम्मीदवार आवेदन भरते हैं लेकिन सिर्फ़ आदर्शपूर्ण उम्मीदवारों को ही ये सौभाग्य मिलता है। एक सरकारी शिक्षक बनने के लिए, सरकार द्वारा निर्धारित कुछ नियम व शर्त हैं। आज ये लेख शिक्षक बनने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यताओं पर ज़ोर देगा।

सरकारी अध्यापक कैसे बनें : अनिवार्य शैक्षिक योग्यताएं !!

शिक्षण, विशेषकर उन लोगों के लिए उचित है जो सुबह से शाम की नौकरी करने में असमर्थ हैं। कई शिक्षकों के लिए दोपहर 3 से 4 बजे तक स्कूल में रुकना ही पर्याप्त होता है। हम यहां गर्मियों की छुट्टियों के लाभ का उल्लेख नहीं कर रहे हैं।
जहां ये सोचना बहुत ज़रूरी है कि आप किसे पढ़ाना चाहेंगे वहीं ये सोचना भी अत्यंत आवश्यक है कि आप क्या पढ़ाना चाहते हैं। जब आपके पास अपने शिक्षण से संबंधित सभी लक्ष्य स्पष्ट होंगे तभी आप ऐसा प्रोग्राम चुन पाएंगे जिससे आपकी ज़रूरतें पूरी होंगी। हालांकि, यहां प्रश्न ये है कि क्या आप पढ़ाने के लिए पात्र हैं? नीचे, शिक्षक बनने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यताओं पर ज़ोर दिया गया है। देखें कि आपकी योग्यताएं किस श्रेणी के लिए पूरी हैं:
Teacher Banne ke Liye Kya Kare:  आपको क्या पढाई करनी पड़ेगी या कोन-सा कोर्स करना होगा | क्योंकि हम अपनी 12 वी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद हमें अपने भविष्य की चिंता होती है कि, की हम क्या करेंगे सबसे पहले हम अपना एक लक्ष्य बनाते है उसी के आधार पर तैयारी करना शुरू करते है किसी का लक्ष्य आईएएस बनना होता है किसी का इंजीनियर बनना या कोई कुछ और बनना चाहता हैऔर कोई टीचर बनना चाहता है तो हम यहाँ आपको टीचर कैसे बनेंगे ये जानकारी देंगे|

डीएड (D.Ed. – डिप्लोमा इन एजुकेशन)

डीएड का कोर्स भी 12वीं पास करने के बाद किया जा सकता गहगै। ये कोर्स बिहार , छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में करवाया जाता है। जिसे करने के बाद प्राइमरी स्कूल में सरकारी टीचर की जॉब हासिल की जा सकती है।

बीएड (B.Ed – Bachelor Of Education)

मौजूदा दौर में अधिकतर युवा यही कोर्स चुनते हैं। अगर आप ग्रेजुएट हैं तो आप बी.एड. के लिए एलिजिबल है। आप इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। बी.एड. में एडमिशन के लिए अभ्यर्थी का Entrance Exam होता है। जिसे पास करने के बाद ही अभ्यर्थी बी.एड. में प्रवेश मिलता है। ये कोर्स 2 साल का होता है। जिसे करने के बाद आप टीचर के लिए एलिजिबल माने जाते हैं।

बीपीएड (BP.Ed – बैचलर ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन)

ये कोर्स युवाओं के बीच सबसे ज्यादा पॉपुलर है। इस कोर्स को करने के बाद प्राइवेट और सरकरी स्कूलों में फिजिकल एजुकेशन के हजारो पदों पर भर्ती के लिए आप आवेदन कर सकेंगे।
वहीं आपको ये भी बता दें कि फिजिकल एजुकेशन भी दो तरह की होती है. एक ग्रेजुएशन पास के लिए और दूसरी 12वीं पास के लिए। दोनों में फर्क केवल ये है कि ग्रेजुएट अभ्यर्थियों को केवल 1 साल का बीपीएड करना होता है जबकि 12वीं पास वालों को 3 साल के लिए। इस कोर्स को करने के बाद आप किसी भी सरकारी स्कूल में सरकारी टीचर बन सकते हैं।

प्री-प्राइमरी शिक्षक

प्रि-प्राइमरी शिक्षक के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता में आपके पास एक स्नातक की डिग्री होनी चाहिए साथ ही, नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग (NTT) नामक प्रशिक्षण जो कई संस्थान प्रदान कर रही हैं। इस कोर्स के लिए पात्रता मानदंड +2 है। कई स्कूल ऐसे उम्मीदवार खोजते हैं जिनके पास बच्चों को संभालने का सहज तरीका होता है और बच्चों को संभालने के लिए संयम भी ज़रूरी है।

प्राइमरी टीचर (PRT)

प्राइमरी स्कूल टीचर के लिए न्यूनतम योग्यता है स्नातक और शिक्षण में स्नातक की डिग्री (B.Ed)। आमतौर पर जिन उम्मीदवारों के पास B.Ed की डिग्री होती है वे अपना करियर प्राइमरी स्कूल के टीचर से शुरू करते हैं और धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं। वे उम्मीदवार जो होम साइंस में स्नातक होते हैं, वे भी प्राइमरी स्कूल टीचर के लिए चुने जाते हैं। उम्मीदवार के पास स्नातक और परा-स्नातक में कम-से-कम 50 फ़ीसद औसत अंकों के साथ, शिक्षा या टीचिंग में डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए।
नोट: आरक्षित उम्मीदवारों (OBC, SC ST) को 5 फ़ीसद की छूट दी जाती है। 
उम्मीदवार ने स्नातक के समय कम-से-कम किसी भी एक शिक्षण विषय का अध्ययन किया हो।
RTE अधिनियम के तहत विद्यालयों में कक्षा 1-8 तक शिक्षक भर्ती के लिए उम्मीदवार को आवश्यक योग्यता के रूप में उपयुक्त सरकार द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) जो नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित की गई हो को पास होना आवश्यक है। केंद्र सरकार द्वारा CTET परीक्षा का आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दिल्ली द्वारा किया जाता है।
TET/CTET के बारे में: यह शिक्षकों के लिए प्रवेश परीक्षा है। सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक पढ़ाने के लिए यह परीक्षा  टेस्ट अत्यंत आवश्यक है। पेपर-1 उन उम्मीदवारों के लिए है जो कक्षा 1 से कक्षा 5 तक पढ़ाना चाहते हैं और पेपर-2 कक्षा 6 से कक्षा 8 तक पढ़ाने वाले उम्मीदवारों के लिए।
इसे केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा ही आयोजित किया जाता है। कई राज्य अपने TET आयोजित करते हैं। यह टेस्ट नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा बच्चों का अधिकार कानून के उद्देश्यों की पूर्ति के तहत् आयोजित किया जाता है।

प्रशिक्षित स्नातक टीचर (TGT)

उम्मीदवार के पास स्नातक के साथ-साथ B.Ed की डिग्री होनी चाहिए। B.Ed का कोर्स टीचर्स को सेकेंडरी स्कूलों के लिए तैयार करता है। वे टीचर्स जिनके पास स्नातक के बाद B.Ed की डिग्री होती है, वे ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर्स कहलाते हैं।
TGT पद के लिए पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को TET/CTET परीक्षा पास होना अनिवार्य है।

परा-स्नातक टीचर (PGT)

PGT स्तर का टीचर बनने के लिए, उम्मीदवार के पास परा-स्नातक (MA, MSC) की डिग्री और B.Ed की डिग्री होनी चाहिए। PGT टीचर बनने के लिए TET की परीक्षा देना आवश्यक नहीं है।
संक्षेप में, PGT टीचर के लिए शैक्षिक योग्यताओं में स्नातक डिग्री से लेकर परा-स्नातक डिग्री तक अंतर हो सकता है।
यहां हम ‘कैसे बनें सरकारी शिक्षक’ पर इस लेख को विराम देते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ये लेख आपको अपनी शैक्षिक योग्यताओं के आधार पर आपके लिए उपयुक्त श्रेणी चुनने में सहायक होगा।

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